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कुछ समझा आपने / प्रताप सहगल

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कितनी ज़रूरी हैं।
ग़फलत ग़फ़लत में न रहें
सावधान होकर सोचें
आपको अन्धेरे में डालना
और पाँवों की ताल के साथ
वक्तव्य दिया सूत्रधार ने
गौर ग़ौर किया आपने
पूरा नाटक ख़त्म हो गया
पर सूत्रधार का वक्तव्य नहीं
चिपके हुए कुर्सी के हत्थों के साथ
या पाँव
धँसे हुए फर्श फ़र्श में
या आँखें
या सिर