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[[Category:ग़ज़ल]]{{KKCatGhazal}}
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अजल अज़ल<ref>सृष्टि का प्रारम्भ </ref> जाँ-ब-लब उसके शेवन1 शेवन<ref>व्यवहार</ref> से हैयह नादिम2 ये नादिम<ref>शर्मिन्दा </ref> मेरे ज़ूद-कुश्तन3 कुश्तन<ref>शीघ्र मरण </ref> से है
वह वो बदख़्वाह मुझसा <ref>बुरा चाहने वाला </ref> मुझ-सा तो मेरा नहींअबस <ref>बेकार, नाहक </ref> दोस्ती तुमको दुश्मन से है
मेरे दाग़ याद आये गुल देखकर
कि बेज़ार वह सैरे-गुलशन से है
जलाने से भी तेरा शाकिर4 शाकिर<ref>शुक्रगुज़ार </ref> हूँ मैंगिला नाला-ए-अतिश-अफ़गन5 अफ़गन<ref>अग्निवर्षा करने वाला क्रन्दन </ref> से है
शबे-ग़म मुए-शमअ को देखकर
हमें ख़िजलत6 ख़िजलत<ref>शर्मसारी </ref> उस शोख़ बदज़न7 बदज़न<ref>शंकालु प्रेयसी </ref> से है
मेरा ख़ून क्या बाद गर्दन हुआ
कि बेताब वह दर्दे-गर्दन से है
जहाँ ख़ाक उड़ायी वहीं दबे दब रहेकदूरत अबस फ़िक्रे-मदफ़न8 मदफ़न<ref>समाधि की चिंता </ref> से है
नयी कुछ नहीं अपनी जाँ-बाज़ियाँ<ref>जान पर खेलने वाले शौक़ </ref>
यही खेल हमको लड़कपन से है
'''शब्दार्थ:
1. सुलूक, 2. शर्मिन्दा, 3. शीघ्र मरण, 4. शुक्रगुज़ार, 5. अग्नि वर्षा कर देने वाला क्रंदन, 6. शर्मसारी, 7. संदेह करने वाली प्रेयसी, 8. समाधि की चिंता
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