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Kavita Kosh से
*[[वो जब ये कहते हैं तुझ से ख़ता ज़रूर हुई / हसरत मोहानी ]]
*[[ख़ू समझ में नहीं आती तेरे दीवानों की / हसरत मोहानी ]]
*[[और भी हो गए बेगाना वो ग़फ़लत करके / हसरत मोहानी ]]
*[[सियहकार थे बासफ़ा हो गए हम / हसरत मोहानी ]]
*[[शिकवए-ग़म तेरे हुज़ूर किया / हसरत मोहानी ]]