भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
*[[है किसका नक़्शे-क़फ़े-पा भला सितारा-ए-शाम / कृश्न कुमार 'तूर']]
*[[कुशादगी पे कहाँ सायते-असर हर रोज़ / कृश्न कुमार 'तूर']]
*[[इम्काने-असरे-असर दुआ फ़लक़ तक / कृश्न कुमार 'तूर']]
*[[अँधेरा कम है जुनूँ में कि रौशनी है बहुत / कृश्न कुमार 'तूर']]
*[[मैं देखता हूँ जिसे सायते-गिराँ है वो शय / कृश्न कुमार 'तूर']]