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{{KKAnooditRachna
|रचनाकार=अलेक्सान्दर ब्लोक पूश्किन|संग्रह=यह आवाज़ कभी सुनी क्या तुमने धीरे-धीरे लुप्त हो गया दिवस उजाला / अलेक्सान्दर पूश्किन
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[[Category:रूसी भाषा]]