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Kavita Kosh से
* [[बहुत ख़फ़ा हैं वो आज हमसे हमें बस इतना जता रहे हैं / गोविन्द गुलशन]]
* [[अब चलो ये भी ख़ता की जाए /गोविन्द गुलशन]]
* [[दिल है उसी के पास,हैं साँसें उसी के पास /गोविन्द गुलशन]]
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