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तीसरी आँख / रंजना जायसवाल

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<poem>
स्त्री के पास
जल से भरी
दो आँखो के अलावा
होती है
एक तीसरी आँख भी

जान-समझ लेती है
जिससे
अपने-पराये का
सारा सच...

और बहाती है
रक्त के आँसू...।
</poem>