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|भाषा=पंजाबी
}}
<poem>तू सच सच आख वे जोगी, सजन मिलसी के न मिलसी.,
मिलन होसी के न होसी,
न करिये माण वतनां वतनाँ दा,
असीं हाँ लाल परदेसी,
तू सच सच आख वे जोगी,
अधी राती पकन केले,
विच्छ्डयाँ नूं नूँ रब आप सेले,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
अधी राती चमकण तारे,
जुदाई वाले तीर सानुं सानुँ किस मारे, न तुसां तुसाँ मारे न असां असाँ मारे,
मारण वाला प्रभु आप जाणे,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,</poem>