भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
मैं कब से गोश-बर-आवाज़ <ref>उम्मीद में</ref> हूँ पुकारो भी
ज़मीं पर यह सितारे कभी उतारो भी
मेरी गय्यूर <ref>गैर</ref> उमंगो, शबाब फानी है
गुरूर-ए-इश्क़ का देरीना खेल हारो भी
भटक रहा है धुन्धल्कों में कारवान-ए-ख़याल
बस अब खुदा के लिए काकुलें <ref>लटें, ज़ुल्फें</ref> संवारो भी
मेरी तलाश की मेराज <ref>ऊँचाई</ref> हो तुम्हीं लेकिन
नकाब उठाओ, निशान-ए-सफ़र उभारो भी
यह काएनातकायनात, अजल से सुपुर्द-ए-इन्सां है
मगर नदीम तुम इस बोझ को सहारो भी
</poem>
'''गोश-बर-आवाज़ = उम्मीद में, काकुल = लटें{{KKMeaning}}
Delete, Mover, Uploader
894
edits