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नया पृष्ठ: दुनिया की सबसे पहली स्‍ञी के <br /> स्‍तनों से बहकर जो अमर हो गया<br /> वह…
दुनिया की सबसे पहली स्‍ञी के <br />
स्‍तनों से बहकर जो अमर हो गया<br />
वही रंग है यह<br />
यों यह आपको कॉंस और<br />
दूधमोंगरों के फूलों में भी मिल जायेगा<br />
<br />
जब‍ स्ञियों के पास<br />
बचता नहीं कोई दूसरा रंग<br />
वे इसी रंग के सहारे काट देती हैं<br />
अपना सारा जीवन<br />
<br />
यह रंग उन बगुलों का भी है<br />
जो नगरों के आसमान से<br />
कभी-कभी तफरीह के लिए आते हैं<br />
और बीट करते हैं गॉंव-बस्तियों के पेड़ों पर<br />
<br />
मैं इस रंग से पूछूंगा उस हंस के बारे में<br />
जो मोती चुगता है<br />
और जानता है मानसरोवर का पता<br />
<br />
यह रंग जब दीवारों से रूठ जाता है <br />
लगभग निश्चित हो जाती है <br />
उनके गिरने की तारीख<br />
<br />
जब टूट चुके तारों के शोक में<br />
घर लौटते हैं हम<br />
हमारे सामने एक साफ कागज में मुस्‍कुराता है यह रंग<br />
हमें आमंञित करता हुआ.<br />
<br />
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