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Kavita Kosh से
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कंठ को तैयार करना सीख जाते हैं
लोग जयजयकार जय-जयकार करना सीख जाते हैं
आज समझौतों के युग में सर्द अँगारे
भेड़ियों से प्यार करना सीख जाते हैं
जो कमल के फूल पाना चाहत्रे चाहते हैं -वेकीच को स्व्वीकार स्वीकार करना सीख जाते हैं
लोग जिन डंडों से अपने सोर सर बचाते हैं
लोग उनसे वार करना सीख जाते हैं
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