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ज़माँ मकाँ <ref>समय और अंतरिक्ष</ref थे मेरे सामने बिखरते हुए ।
मैं ढेर हो गया तूल-ए-सफ़र<ref>लम्बा सफ़र</ref> से डरते हुए ।
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