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सिख-नख बरनन / रसलीन
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बेनी नाग, पाटी धन, माँग बिज्जु, भाल चंद,
स्रौन भौहें दुहुन नयन बान चेरी हैं।
नासा कीर, दरपन कपोल, बिंब लीन मन,
दंत मोती, ठोढ़ी अंब, कंठ कंबु, घेरी हैं।
भुज पास, हाथ पल्लौ, कुच बेल, पेट पान,
पीठ रंभादल, कटि भरन के फेरी हैं।
बनितन तंत जंघ केलि खंभ, पग कंज,
एतों चेरा चेरी तेरे अँगन के हेरी हैं॥97॥