सैयद गुलाम नबी 'रसलीन'
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| जन्म | 1689 |
|---|---|
| निधन | 1750 |
| उपनाम | रसलीन |
| जन्म स्थान | बिलग्राम, हरदोई, उत्तर प्रदेश |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| अंग दर्पण (1737 ई), रस प्रबोध (1747 ई) | |
| विविध | |
| इनकी रचनाए हिन्दी में गुलामनबी, नबी और रसलीन नामों से मिलती हैं। कवि ने गुलामनबी व नबी नामों से कवित्त और सवैये रचे। रसलीन नाम से मुख्यत: दोहा छंद में रचनाएँ मिलती हैं। | |
| जीवन परिचय | |
| रसलीन / परिचय | |
रसलीन के ग्रंथ
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- सुकीया बरनन / रसलीन
- नवोढ़ा बरनन / रसलीन
- विश्रब्ध नवोढ़ा बरनन / रसलीन
- मध्या की सुरतांत / रसलीन
- मध्या को मान / रसलीन
- प्रौढ़ा बरनन / रसलीन
- प्रौढ़ा मान / रसलीन
- मध्या धीरा बरनन / रसलीन
- नायिका को सयन / रसलीन
- सुकीया को मान / रसलीन
- परकीया बरनन / रसलीन
- परकीया को मान / रसलीन
- ऊढ़ा बरनन / रसलीन
- अनुसयना नायिका बरनन / रसलीन
- सामान्या बरनन / रसलीन
