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स्वीकार कर के देख / अश्वनी शर्मा
Kavita Kosh से
स्वीकार कर के देख
कुछ खास कर के देख।
बेटी जवां हुई है
ना हार कर के देख।
तेरा गुरूर है ये
अहसास कर के देख।
तारीख़ को गढ़ेगी
विश्वास कर के देख।
लानत मलामतों को
इन्कार कर के देख।
मज़बूत है ये गुड़िया
व्यवहार कर के देख।
इस पर भी नेमतें कुछ
बलिहार कर के देख।
बेलौस तरबियत का
इज़हार कर के देख।