भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
स्वेटर के बीन-बीन / विजेता मुद्गलपुरी
Kavita Kosh से
साजन के याद संग स्वेटर के बीन-बीन
हृदय में टीस उठल, दर्द उठल पोर-पोर
दूर पति याद करी, भरी-भीरी आँख लोर
ध्यान पति पास नजर अंगुली पर गीन-गीन
साजन के याद संग स्वेटर के बीन-बीन
कोइलिया लूकी-छीपी कूकी रहल डाली पर
बैठल पपिहरा पुकारी रहल पीव-पीव
वहिना बेचैन हिया जेना तरपैत मीन
साजन के याद संग स्वेटर के बीन-बीन
पूस तपल जेठ बनल तपते बसन्त रहल
आँखी से दूर खाली यादों में कंत रहल
भागी रहल दिन बचल शेष सुख छीन-छीन
साजन के याद संग स्वेटर के बीन-बीन