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हाल क्या हैं मित्र मोचीराम के / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
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हाल क्या हैं, भाई धूमिल
हाँ, हमारे मित्र मोचीराम के अब
यहाँ उनके लिए
सपनों के महल बनवा दिए हैं
नये राजा ने
हाँ, उसी की खबर दी है
सुर्ख़ियों में
आज के अख़बार ताज़ा ने
सुन रहे हैं
नये जूते बन रहे हैं आदमी के चाम के अब
नये 'कोटे' के तहत
मित्र मोचीराम का बेटा
बनेगा बड़ा अफसर
और उसके आगमन पर
सजेगा कल रोशनी से
बड़ा पूजाघर
दाम लगते हैं
सुना है - भाई मोचीराम के भी नाम के अब
मित्र मोचीराम से कहना
कि सपनों के महल में
वे जरूर आयें
किन्तु, भाई
सड़ी अपनी मिरजई-धोती फटुल्ली
साथ ना लायें
और चमरौधे पुराने
हाँ, नहीं हैं वे किसी के काम के अब