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सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
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सुनो तथागत
रचनाकार | कुमार रवींद्र |
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प्रकाशक | नमन प्रकाशन, नई दिल्ली |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | नवगीत |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- गीत यशस्वी हैं / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- शंख अब भी इस शहर में / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- परियाँ-बौने / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- अचरज को देखा है / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- वन भलेमानस बड़े हैं / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- सपने अलग-अलग जात के / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- हम नया सूरज उगाएँ / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- वृक्ष सभी नाच रहे / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- लगें मीठे सिंधु खारे भी / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- साँस वही सुर में / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- इन्द्रधनुष छत पर फैलाये हैं / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- मन अपना आपा खोता है / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- भीतर रहती आदिम रितु / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- संग हो तुम / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- लीलाकमल की पाँखुरी / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- हरियाएगा हर बूटा / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- नदी अद्भुत है / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- एक सागर है यहाँ भी / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- हम नदी होते / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- वहीं रस है / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- यह नदी माँ भारती का गीत / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- दुख में वे धरती थे / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- और बच्चा है अकेला / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- बोलो कनू / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- आओ शाश्वत / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- कहो शाश्वत - एक / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- कहो शाश्वत- दो / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- शाश्वत सुनो / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- कहो एलिस / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- एक परी अपने घर में / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- रूपजीवी श्यामला जो / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- ठगी गई सपनों की सीता / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- सुनो तथागत / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- बेच आये पुरखों की थाती / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- बह रही है गोमती चुपचाप / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- अंधे सपनों का आश्वासन / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- आदमक़द होना मुश्किल है / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- रोज़ नये फैशन के चेहरे / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- तब नदी थी गोमती / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- हुई बावरी है नंदा / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- मछुआरिन हुई अकेली / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- बौनों का इतिहास / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- और तुलसीदास कल / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- आकाश होने का चलन / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- सूरज अन्त्यज है / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- भाई सोचें / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- लोग वे भी तो भले हैं / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- सूर्य होना आग होना है / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- ख्वाहिश अपनी यही दिली / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- हैं सुनहरी बेड़ियाँ ये / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- लगे हमको वे पराये / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- नई चाल के मौसम में / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- हुए लखपती राम मोहन्ती / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- नदी पथरा गई / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- कथा कठिन इस घर की / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- ऊधो मानो / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- प्रश्न वही है / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- नये समय को साधो, कबिरा / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- सारी बस्ती शीश धुने / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- सुनो कबीरा / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- विश्वनाथ की न्यारी नगरी / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- भाई कबिरा, सुनो / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- गोकुल में अंधियारे ही हैं / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- लोग धतूरा खाए बिन ही / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- जले पेड़ों की नुमायश / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- और... तुर्रा यह / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- यही है अगला मसीहा / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- हाल क्या हैं मित्र मोचीराम के / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- गठरी-भर,हाँ, पाप / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- और... समाचार सुनें / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- कहाँ से चेहरा सँभलता / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- और मृत्यु का देव / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- यह अमावस पूजनीया / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- नदी का होना- न होना / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र
- हाँ, सदी की आखिरी पूनो / सुनो तथागत / कुमार रवींद्र