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हैं मद्य पीते लोग उनसे दूर रहना चाहिए / बाबा बैद्यनाथ झा

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हैं मद्य पीते लोग उनसे दूर रहना चाहिए।
वे टोक भी दें एक भी नहि शब्द कहना चाहिए।

जब लोग हैं इतने दुखी कुछ कर्म अच्छे हों वहाँ,
अब प्रेम का सागर वहाँ पर नित्य बहना चाहिए।

मैं आपसे कुछ माँगता हूँ हो सके तो दें मुझे,
जो प्रेम से ही हो बना वह एक गहना चाहिए।

धोखे मिले हैं देश को उस आदमी से आजतक,
है दुर्ग वह जो पाप का वह आज ढहना चाहिए।

हैं देखते अपराध बाबा नित्य उसका बढ़ रहा,
अपराध को अब रोकिए नहि और सहना चाहिए।