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है विपक्ष बेसब्र हो रहा करे अनर्गल व्यर्थ पुकार / रंजना वर्मा

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है विपक्ष बेसब्र हो रहा, करें अनर्गल व्यर्थ पुकार।
मची सदन में आपाधापी, कैसे काम करे सरकार॥

है विपक्ष का काम सदा ही, अनुचितत कर्मों पर दे टोक
किंतु यहाँ तो मनमानी है, कारण बिन भी करें प्रहार॥

यही अपेक्षा है जनता कि, सतत देश का करें विकास
युद्ध नीति यह कैसी भाई, करते शुभ प्रयत्न बेकार॥

जब था शासन हाथ तुम्हारे, तब तो किया ना कोई काम
आज दूसरा करना चाहे, व्यर्थ रहे क्यों टंगड़ी मार॥

जनमत का सम्मान करो अब, तुम अनीति से आओ बाज
अनुचित कर्म करेगा जो भी, उसे मिलेगी भीषण हार॥

बड़े कष्ट से अर्जित धन भी, देती जनता कर विश्वास
उसका दुरूपयोग करके भी, चाह रहे अपना उद्धार॥

हाय दुसह होती गरीब की, तुम को लगी वही है हाय
अब आचरण सुधारो अपना, करो पराजय भी स्वीकार॥

कोई शत्रु नहीं है सारे, अपने ही हैं दल के लोग
मिलकर जनहित कार्य करो तो, देगी जनता भी उपहार॥

शासन ही मत लक्ष्य बनाओ, जन विकास का लो संकल्प
कर्म करोगे जैसा भी तुम, पाओगे वैसा प्रतिकार॥