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1940 (6) / बैर्तोल्त ब्रेष्त / मोहन थपलियाल
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मेरा छोटा लड़का मुझसे पूछता है —
क्या मैं गणित सीखूँ?
क्या फ़ायदा है,
मैं कहने को होता हूँ
रोटी के दो कौर
एक से ज़्यादा होते हैं
यह तुम एक दिन जान ही लोगे ।
मेरा छोटा लड़का मुझसे पूछता है —
क्या मैं फ्राँसीसी सीख लूँ?
क्या फ़ायदा है,
मैं कहने को होता हूँ
यह देश नेस्तनाबूद होने वाला है।
और यदि तुम
अपने पेट को
हाथों से मसलते हुए
कराह भरो, बिना तकलीफ़ के
झट समझ लोगे ।
मेरा छोटा लड़का मुझसे पूछता है —
क्या मैं इतिहास पढूँ?
क्या फ़ायदा है,
मैं कहने को होता हूँ
अपने सिर को ज़मीन पर
धँसाए रखना सीखो,
तब शायद
तुम ज़िन्दा रह सको।
(1936-38)
मूल जर्मन भाषा से अनुवाद : मोहन थपलियाल