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'महशर' इनायती से जुड़े हुए पृष्ठ
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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- मुसर्रतों की साअतों में इख़्तेसार कर लिया / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- न ग़ैर ही मुझे समझो न दोस्त ही समझो / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- न जाने रफ़्ता रफ़्ता क्या से क्या होते गए हम तुम / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- नींद की आँख मिचोली से मज़ा लेती हैं / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- सँवारे है गेसू तो देखा करे है / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- सब ने बना बना के तमाशा हमें तुम्हें / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- तदारूक़-ए-ग़म हर सुब्ह ओ शाम करते रहे / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- तेरे सुलूक-ए-तग़ाफुल से हो के सौदाई / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- ये जान कर के फूल नहीं इख़्तियार के / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)
- ज़ुल्म है हुस्न को एहसास ज़रा हो जाना / 'महशर' इनायती (← कड़ियाँ)