भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जयकृष्ण राय तुषार" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
− | |चित्र= | + | |चित्र=jaikrishnaraitushar1.jpg |
|नाम=जयकृष्ण राय तुषार | |नाम=जयकृष्ण राय तुषार | ||
|उपनाम=तुषार | |उपनाम=तुषार |
11:29, 2 फ़रवरी 2011 का अवतरण
जयकृष्ण राय तुषार
जन्म | 01 जनवरी 1969 |
---|---|
उपनाम | तुषार |
जन्म स्थान | ग्राम-पसिका, पोस्ट - बरदह, जिला आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जयकृष्ण राय तुषार / परिचय |
ग़ज़लें <sort order="asc" class="ul">
- हम तो मिट्टी के खिलौने थे गरीबों में रहे / जयकृष्ण राय तुषार
- मैं सूफ़ी हूँ दिलों के दरमियाँ ही प्यार करता हूँ / जयकृष्ण राय तुषार
- कोई भी रंग मेंहदी का हथेली पर नहीं होता / जयकृष्ण राय तुषार
- वो एक खत है / जयकृष्ण राय तुषार
- सुहाना हो भले मौसम मगर अच्छा नहीं लगता / जयकृष्ण राय तुषार
- हरेक बागे अदब में बहार है हिन्दी / जयकृष्ण राय तुषार
- वो तुमको रोशनी देगा ये तुमको चांदनी देगी / जयकृष्ण राय तुषार
- बिके प्यादों से हम सरकार का बहुमत जुटाते हैं / जयकृष्ण राय तुषार
- मुल्क मेरा इन दिनों शहरीकरण की ओर है / जयकृष्ण राय तुषार
- ऐ दोस्त गले मिल तो हरेक बात का हल हो / जयकृष्ण राय तुषार
- कभी मूरत से कभी सूरत से हमको प्यार होता है / जयकृष्ण राय तुषार
</sort> गीत / नवगीत <sort order="asc" class="ul">
- माँ तुम गंगाजल होती हो / जयकृष्ण राय तुषार
- तुम्हें देखा और गुलदस्ते हुए / जयकृष्ण राय तुषार
- लोग हुए बेताल से / जयकृष्ण राय तुषार
- शहनाई गूंज रही / जयकृष्ण राय तुषार
- हो गया मुश्किल शहर में डाकिया दिखना / जयकृष्ण राय तुषार
- फिर इन्हीं मेरून होठों में / जयकृष्ण राय तुषार
- अक्षरों में खिले फूलों सी / जयकृष्ण राय तुषार
</sort>