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"दिशाओं में कोई आवाज / आलोक श्रीवास्तव-२" के अवतरणों में अंतर

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12:07, 21 मार्च 2011 के समय का अवतरण

नदी में किसी की छाया है

आकाश में एक उड़ा आंचल

पेड़ों पर टंगा है कोई रंग

दिशाओं में कोई आवाज़

मैं तुम्हें
भूल क्यों नहीं पाता?