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"जीवन गाते गाते बीते / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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− | बालू के घर बना मिटाऊँ | + | बालू के घर बना-मिटाऊँ |
− | गाते ही गाते घर आऊँ | + | गाते ही गाते घर आऊँ |
− | सोच न हारे जीते | + | सोच न हारे-जीते |
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− | नित नव राग उठे जीवन में | + | नित नव राग उठे जीवन में |
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21:38, 29 अगस्त 2012 के समय का अवतरण
जीवन गाते-गाते बीते
और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि-सा रीते
दिन भर सागर-तट पर गाऊँ
बालू के घर बना-मिटाऊँ
गाते ही गाते घर आऊँ
सोच न हारे-जीते
नव नव धुन जागे क्षण-क्षण में
नित नव राग उठे जीवन में
गीतों मे सज दूँ जो मन में
दुख हों मीठे-तीते
जीवन गाते-गाते बीते
और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि-सा रीते