"सदस्य वार्ता:Sharda suman" के अवतरणों में अंतर
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
आपने 'हिन्दी समय' की वेबसाइट से कवि दिविक रमेश की बाक़ी कविताएँ लेकर उन्हें भी कविता-कोश में जोड़ दिया, इसके लिए | आपने 'हिन्दी समय' की वेबसाइट से कवि दिविक रमेश की बाक़ी कविताएँ लेकर उन्हें भी कविता-कोश में जोड़ दिया, इसके लिए | ||
निजी तौर पर मैं आपका आभारी हूँ क्योंकि आपने मेरे अधूरे छोड़े गए काम को पूरा कर दिया। लेकिन आपसे एक शिकायत रह गई मुझे। मैं इस तरह के काम करते हुए वर्तनी की ग़लतियाँ भी ठीक कर देता हूँ। आपने वर्तनी की ग़लतियों को ठीक नहीं किया। | निजी तौर पर मैं आपका आभारी हूँ क्योंकि आपने मेरे अधूरे छोड़े गए काम को पूरा कर दिया। लेकिन आपसे एक शिकायत रह गई मुझे। मैं इस तरह के काम करते हुए वर्तनी की ग़लतियाँ भी ठीक कर देता हूँ। आपने वर्तनी की ग़लतियों को ठीक नहीं किया। | ||
− | अब आपसे अनुरोध यह है कि कृपया वर्तनी की ग़लतियाँ हमेशा ठीक कर दिया करें। आप ख़ुद कोई कविता जोड़ें, तब भी वर्तनी ग़लत हो तो अवश्य सुधार दें। यह हिन्दी की एक बड़ी सेवा होगी क्योंकि इस वेबसाइट को बड़ी | + | अब आपसे अनुरोध यह है कि कृपया वर्तनी की ग़लतियाँ हमेशा ठीक कर दिया करें। आप ख़ुद कोई कविता जोड़ें, तब भी वर्तनी ग़लत हो तो अवश्य सुधार दें। यह हिन्दी की एक बड़ी सेवा होगी क्योंकि इस वेबसाइट को बड़ी संख्या में बच्चे भी देखते हैं, कम से कम वे तो सही हिन्दी लिखेंगे। |
कृपया मेरी बात को अन्यथा न लें। | कृपया मेरी बात को अन्यथा न लें। | ||
सविनय | सविनय |
23:19, 18 फ़रवरी 2013 का अवतरण
आदरणीय शारदा सुमन जी, आपने 'हिन्दी समय' की वेबसाइट से कवि दिविक रमेश की बाक़ी कविताएँ लेकर उन्हें भी कविता-कोश में जोड़ दिया, इसके लिए निजी तौर पर मैं आपका आभारी हूँ क्योंकि आपने मेरे अधूरे छोड़े गए काम को पूरा कर दिया। लेकिन आपसे एक शिकायत रह गई मुझे। मैं इस तरह के काम करते हुए वर्तनी की ग़लतियाँ भी ठीक कर देता हूँ। आपने वर्तनी की ग़लतियों को ठीक नहीं किया। अब आपसे अनुरोध यह है कि कृपया वर्तनी की ग़लतियाँ हमेशा ठीक कर दिया करें। आप ख़ुद कोई कविता जोड़ें, तब भी वर्तनी ग़लत हो तो अवश्य सुधार दें। यह हिन्दी की एक बड़ी सेवा होगी क्योंकि इस वेबसाइट को बड़ी संख्या में बच्चे भी देखते हैं, कम से कम वे तो सही हिन्दी लिखेंगे। कृपया मेरी बात को अन्यथा न लें। सविनय --अनिल जनविजय (वार्ता) 23:17, 18 फ़रवरी 2013 (IST)
आदरणीय शारदा जी कृपया कविताकोश योगदानकर्ता मंच हेतु अपना परिचय तथा रचनाऐं भेजने का कष्ट करें
--अशोक कुमार शुक्ला (वार्ता) 09:13, 23 सितम्बर 2012 (IST)
|
|