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"ये मेरा रोना कि तेरी हँसी / वली दक्कनी" के अवतरणों में अंतर

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ये मेरा रोना कि तेरी हँसी
 
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आप बस नईं परबसी परबसी
 
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है कुल आलम में करम मेरे उपर
 
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जुज़ रसी है जुज़ रसी है जुज़ रसी
 
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रात दिन जग में रफ़ीक-ए-बेकसाँ
 
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बेकसी है बेकसी है बेकसी
 
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सुस्‍त होना इश्‍क़ में तेरे सनम!
 
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नाकसी है नाकसी है नाकसी
 
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बाइस-ए-रुस्वाई-ए-आलम 'वली'
 
बाइस-ए-रुस्वाई-ए-आलम 'वली'
 
मुफ़लिसी है मुफ़लिसी है मुफ़लिसी
 
मुफ़लिसी है मुफ़लिसी है मुफ़लिसी

13:38, 7 मार्च 2013 के समय का अवतरण

ये मेरा रोना कि तेरी हँसी
आप बस नईं परबसी परबसी

है कुल आलम में करम मेरे उपर
जुज़ रसी है जुज़ रसी है जुज़ रसी

रात दिन जग में रफ़ीक-ए-बेकसाँ
बेकसी है बेकसी है बेकसी

सुस्‍त होना इश्‍क़ में तेरे सनम!
नाकसी है नाकसी है नाकसी

बाइस-ए-रुस्वाई-ए-आलम 'वली'
मुफ़लिसी है मुफ़लिसी है मुफ़लिसी