भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"ढहैत भावनाक देबाल / गजेन्द्र ठाकुर" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=गजेन्द्र ठाकुर |संग्रह= }} {{KKCatKavita‎}} <po...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति 16: पंक्ति 16:
  
 
मोन पाड़ैत अछि इनार-पोखरिक महार,
 
मोन पाड़ैत अछि इनार-पोखरिक महार,
 +
स्विमिंगपूलक नील देबाल,
 +
बनबैत पानिकेँ नील रंगक ।
 +
मोनक रंगक अदृश्य देबाल
 +
ढहैत
 +
खाम्ह अदृढ़ताक ठाढ़
 +
बहैत।

12:25, 29 जून 2013 का अवतरण

ढहैत भावनाक देबाल
खाम्ह अदृढ़ताक ठाढ़

आकांक्षाक बखारी अछि भरल
प्रतीक बनि ठाढ़
घरमे राखल हिमाल-लकड़ीक मन्द्इर आकि
ओसारापर राखल तुलसीक गाछ
प्रतीक सहृदयताक मात्र ।

मोन पाड़ैत अछि इनार-पोखरिक महार,
स्विमिंगपूलक नील देबाल,
बनबैत पानिकेँ नील रंगक ।
मोनक रंगक अदृश्य देबाल
ढहैत
खाम्ह अदृढ़ताक ठाढ़
बहैत।