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"आपने इतना दिया है ध्यान सड़कों पर / द्विजेन्द्र 'द्विज'" के अवतरणों में अंतर
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आपने इतना दिया है ध्यान सड़कों पर | आपने इतना दिया है ध्यान सड़कों पर | ||
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हर क़दम पर बन गए शमशान सड़कों पर | हर क़दम पर बन गए शमशान सड़कों पर | ||
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हक़ उन्हें अब भी कहाँ है उनपे चलने का | हक़ उन्हें अब भी कहाँ है उनपे चलने का | ||
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ज़िन्दगी जिनकी हुई क़ुर्बान सड़कों पर | ज़िन्दगी जिनकी हुई क़ुर्बान सड़कों पर | ||
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चीखने वालों ने तो हर बात मनवा ली | चीखने वालों ने तो हर बात मनवा ली | ||
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‘शांत स्वर’ को कब मिले हैं ‘कान’ सड़कों पर | ‘शांत स्वर’ को कब मिले हैं ‘कान’ सड़कों पर | ||
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अब दिशा विश्वास को कोई नई दे दो | अब दिशा विश्वास को कोई नई दे दो | ||
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मंदिरों में भीड़ है भगवान सड़कों पर | मंदिरों में भीड़ है भगवान सड़कों पर | ||
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‘द्विज’! अकेली ‘गुनगुनाहट’ कौन सुनता है | ‘द्विज’! अकेली ‘गुनगुनाहट’ कौन सुनता है | ||
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आ चलें ले कर नया सहगान सड़कों पर | आ चलें ले कर नया सहगान सड़कों पर | ||
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10:47, 29 जुलाई 2013 के समय का अवतरण
आपने इतना दिया है ध्यान सड़कों पर
हर क़दम पर बन गए शमशान सड़कों पर
हक़ उन्हें अब भी कहाँ है उनपे चलने का
ज़िन्दगी जिनकी हुई क़ुर्बान सड़कों पर
चीखने वालों ने तो हर बात मनवा ली
‘शांत स्वर’ को कब मिले हैं ‘कान’ सड़कों पर
अब दिशा विश्वास को कोई नई दे दो
मंदिरों में भीड़ है भगवान सड़कों पर
‘द्विज’! अकेली ‘गुनगुनाहट’ कौन सुनता है
आ चलें ले कर नया सहगान सड़कों पर