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23:44, 8 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
शबाना यूसफ़
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जन्म | |
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जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
शबाना यूसफ़ / परिचय |
ग़ज़लें
- है कोई दर्द मुसलसल रवाँ-दवाँ मुझ में / शबाना यूसफ़
- हम अगर सच के उन्हें क़िस्से सुनाने लग जाएँ / शबाना यूसफ़
- हिसार-ए-ज़ात में सारा जहान होना था / शबाना यूसफ़
- इक महकते गुलाब जैसा है / शबाना यूसफ़
- लौट आएगा किसी शाम यही लगता है / शबाना यूसफ़
- उसी के क़ुर्ब में रह कर हरी भरी हुई है / शबाना यूसफ़
- ये अपने आप पे ताज़ीर कर रही हूँ मैं / शबाना यूसफ़
- ये तो सोचा ही नहीं उस को जुदा करते हुए / शबाना यूसफ़