गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
हित्या रौ उच्छब / अर्जुनदेव चारण
No change in size
,
06:14, 15 अक्टूबर 2013
|संग्रह=घर तौ एक नाम है भरोसै रौ / अर्जुनदेव चारण
}}
{{
KKCatMoolRajasthani
KKCatRajasthaniRachna
}}
{{KKCatKavita}}
<Poem>
ओ देख
जाजम माथै बैठौ है
ओ उच्छब तौ
देखती जा मां
</Poem>
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,142
edits