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"आ बैठ बात करां - 6 / रामस्वरूप किसान" के अवतरणों में अंतर

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12:16, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

आ बैठ/बात करां

हथाळी पर हथाळी मा‘र
खिलखिलावां
आमण-दूमणै खिणां री
मजाक उडावां

कंठ सूं कंठ मिला
कोई गीत उगेरां,
जीवन-राग अलापां
दो ई डग तो है
धरती आपणां
एक थूं भर
एक म्हैं
नापां

मौत रौ पूंछ पकड‘र
भूंवा बावळी !
ईं री सांकळ
ढीली करां,
दांत तोड़ां,
गाली फोड़ां
पछै जीवन री
ओखद भरां

आ बैठ/बात करां।