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"घर में रमती कवितावां 16 / रामस्वरूप किसान" के अवतरणों में अंतर

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14:25, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

म्हारी छात पर
घास खड़यो है
बेल पसरी है

चौमासै-चौमासै
खेत-खेत खेलै
म्हारी छात।