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"छोरो मन्नै बोल्यो / रूपसिंह राजपुरी" के अवतरणों में अंतर

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<poem>छोरो मन्नै बोल्यो मैं,
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छोरो मन्नै बोल्यो मैं,
 
बणू सलमान खान।
 
बणू सलमान खान।
 
सागै पढती छोरियां स्यूं,
 
सागै पढती छोरियां स्यूं,

09:32, 18 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

छोरो मन्नै बोल्यो मैं,
बणू सलमान खान।
सागै पढती छोरियां स्यूं,
इश्क लड़ाऊंगो।
आधी रात कार भी चलाऊंगो,
शराब पी'र,
सूतै पड़ै लोगां पर,
फेर बो चढाऊंगो।
कालिये मिरग गो शिकार,
करूं भाज-भाज,
इत्तौ काम खातर मैं,
जोधपुर जाऊंगो।
मैं कैयो तन्नै कठै,
जाणगी नी लोड़ बेटा,
'हम आपके हैं कौन?'
तन्नै घर मैं ही बताऊंगो।
अब ताईं रह्यो तेरो बाप बण सुन बेटा,
अमरीशपुरी तन्नै अब बणगै दिखाऊंगो