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"भक्ति भाव / रूपसिंह राजपुरी" के अवतरणों में अंतर
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'परमारथ', | 'परमारथ', |
09:39, 18 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
आजकाल
भक्ति भाव मैं
'परमारथ',
इत्तो आ गयो।
ओ भेड़चाल सो
फैशन,
सब जगा छा गयो।
ईंगो कोई भी मौको,
लोग खोण कोनी देवैं।
जणाईं तो 'जुम्मे-जागरण' मैं
स्पीकर लगा'र,
गांव भर नैं सोण कोनीं देवैं।