भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"दूसरा कदम / उमा अर्पिता" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=उमा अर्पिता |अनुवादक= |संग्रह=धूप ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

16:28, 8 फ़रवरी 2014 के समय का अवतरण

जीवन की राह में
आने वाले
समस्त नदी-नाले,
बीहड़ जंगल
गहरे विशाल समुद्र
पार करने
कितने मुश्किल हो उठते हैं,
एक छोटे-से कदम के लिए...!
मेरे दोस्त--
दूसरा कदम
गर साथ बढ़ाओ तुम
तो हम
बामन की भाँति
अपने कदमों से
माप लेंगे
समस्त--
धरती और आकाश...