भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अहसास से / प्रेमशंकर रघुवंशी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रेमशंकर रघुवंशी |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
00:46, 12 मार्च 2014 के समय का अवतरण
ना तो
मेरी आत्मा का
रूप हो
ना कर सकता
सर्वस्व
समर्पित
फिर भी
अधूरा हूँ
तेरे बिन
पूरा हूँ ख़ुद में
अहसास से
तेरे !!