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"कैसे जिएँ कठिन है चक्कर / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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कैसे जिएँ कठिन है चक्कर
 
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निर्बल हम बलीन है मक्कर
 
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तिलझन ताबड़तोड़ कटाकट
 
तिलझन ताबड़तोड़ कटाकट
 
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हड्डी की लोहे से टक्कर।
हड्डी की लोहे से टक्कर ।
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12:20, 1 अप्रैल 2014 के समय का अवतरण

 
कैसे जिएँ कठिन है चक्कर
निर्बल हम बलीन है मक्कर
तिलझन ताबड़तोड़ कटाकट
हड्डी की लोहे से टक्कर।