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19:01, 15 अक्टूबर 2014 के समय का अवतरण
1
पिता ने कहा
मैंने तुझे अभी तक
विदा नहीं किया तू मेरे भीतर है
शोक की जगह पर
2
शोक मत कर
पिता ने कहा
अब शोक ही तेरा पिता है