भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"होली की नकल / प्रेमघन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
|||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
+ | {{KKGlobal}} | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
− | |रचनाकार=प्रेमघन | + | |रचनाकार=बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' |
}} | }} | ||
− | |||
{{KKPustak | {{KKPustak | ||
|चित्र= | |चित्र= | ||
|नाम=होली की नकल | |नाम=होली की नकल | ||
− | |रचनाकार=[[प्रेमघन]] | + | |रचनाकार=[[बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन']] |
|प्रकाशक=हिन्दी-साहित्य-सम्मेलन, प्रयाग | |प्रकाशक=हिन्दी-साहित्य-सम्मेलन, प्रयाग | ||
|वर्ष= | |वर्ष= |
13:34, 30 जनवरी 2016 के समय का अवतरण
होली की नकल
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | बदरीनारायण चौधरी 'प्रेमघन' |
---|---|
प्रकाशक | हिन्दी-साहित्य-सम्मेलन, प्रयाग |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता संग्रह |
विधा | स्फुट काव्य |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।