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"मौत की नहर / निदा फ़ाज़ली" के अवतरणों में अंतर
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− | चट्टान है कोई | + | उम्र गोया... |
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− | मौत की नहर... | + | जिस पर इन्सान कोहकन की तरह |
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− | सैकड़ों तेशे | + | खोदने के लिए, |
− | आज़माता है | + | सैकड़ों तेशे |
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हाथ-पाँव चलाये जाता है | हाथ-पाँव चलाये जाता है | ||
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15:16, 8 फ़रवरी 2016 के समय का अवतरण
प्यार, नफ़रत, दया, वफ़ा एहसान
क़ौम, भाषा, वतन, धरम, ईमान
उम्र गोया...
चट्टान है कोई
जिस पर इन्सान कोहकन की तरह
मौत की नहर...
खोदने के लिए,
सैकड़ों तेशे
आज़माता है
हाथ-पाँव चलाये जाता है