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"श्री मधुसूदनाय नमः / मन्दार-मधुसूदन महिमा / महेश्वर राय" के अवतरणों में अंतर
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कामधेन्वा मुखं दृष्ट्वां, पुनर्जन्म न विद्यते॥ | कामधेन्वा मुखं दृष्ट्वां, पुनर्जन्म न विद्यते॥ |
15:51, 12 मई 2017 के समय का अवतरण
॥श्री मधुसूदनाय नमः॥
मन्दार-शिखरं दृष्ट्वा, दृष्ट्वा वा मधुसूदनम्।
कामधेन्वा मुखं दृष्ट्वां, पुनर्जन्म न विद्यते॥
वामांगे संस्थिता देवी कमला कमलप्रिया।
दक्षिणे भारती भाति मध्ये श्री मधुसूदनम्॥
समस्त कामदं श्यामं योग-माया समावृतं।
नाना विपत्ति हरणं वन्देऽहं मधुसूदनम्॥