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"प्यार में क्या-क्या समर्पण हो गया / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर
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− | प्यार ने मेरी बदल दी ज़िंदगी | + | प्यार ने मेरी बदल दी ज़िंदगी |
प्राण का सुख-चैन अर्पण हो गया। | प्राण का सुख-चैन अर्पण हो गया। | ||
− | जब दिलों में दूरियाँ बढ़ने लगीं | + | जब दिलों में दूरियाँ बढ़ने लगीं |
भाग्य के प्रतिकूल क्षण-क्षण हो गया। | भाग्य के प्रतिकूल क्षण-क्षण हो गया। | ||
− | जब से बदली आपने अपनी नज़र | + | जब से बदली आपने अपनी नज़र |
कामनाओं में विकर्षण हो गया। | कामनाओं में विकर्षण हो गया। | ||
− | आपके सजने सँवरने के लिए | + | आपके सजने सँवरने के लिए |
वेदना का नीर दर्पण हो गया। | वेदना का नीर दर्पण हो गया। | ||
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16:30, 23 अगस्त 2017 के समय का अवतरण
प्यार में क्या-क्या समर्पण हो गया
आपके आधीन कण-कण हो गया।
प्यार ने मेरी बदल दी ज़िंदगी
प्राण का सुख-चैन अर्पण हो गया।
जब दिलों में दूरियाँ बढ़ने लगीं
भाग्य के प्रतिकूल क्षण-क्षण हो गया।
जब से बदली आपने अपनी नज़र
कामनाओं में विकर्षण हो गया।
आपके सजने सँवरने के लिए
वेदना का नीर दर्पण हो गया।