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"तुम ये कैसे जुदा हो गये / निदा फ़ाज़ली" के अवतरणों में अंतर
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चाँद सूरज घटा हो गये | चाँद सूरज घटा हो गये | ||
− | बेवफ़ा तो न वो थे न हम | + | बेवफ़ा तो न वो थे न हम |
यूँ हुआ बस जुदा हो गये | यूँ हुआ बस जुदा हो गये | ||
− | आदमी बनना आसाँ न था | + | आदमी बनना आसाँ न था |
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11:00, 25 मई 2018 के समय का अवतरण
तुम ये कैसे जुदा हो गये
हर तरफ़ हर जगह हो गये
अपना चेहरा न बदला गया
आईने से ख़फ़ा हो गये
जाने वाले गये भी कहाँ
चाँद सूरज घटा हो गये
बेवफ़ा तो न वो थे न हम
यूँ हुआ बस जुदा हो गये
आदमी बनना आसाँ न था
शेख़ जी पारसा हो गये