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"नमक / मंजूषा मन" के अवतरणों में अंतर

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19:09, 17 सितम्बर 2018 के समय का अवतरण

दाल में
चुटकी भर
नमक की घट बढ़
पल में पहचान लेते हो
तुम!!!

फिर क्यों जीवन तक
साथ रहकर भी
नहीं देख पाते
तुम
मेरे आंसुओं का
नमक।