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"भारतेंदु हरिश्चंद्र" के अवतरणों में अंतर
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|कृतियाँ=भक्तसर्वस्व (1870), प्रेममालिका (1871), प्रेम-माधुरी (1875), प्रेम-तरंग (1877), उत्तरार्द्ध-भक्तमाल (1876-77), प्रेम-प्रलाप (1877), गीत-गोविंदानंद (1877-78), होली (1879), मधु-मुकुल (1881), राग-संग्रह (1880), वर्षा-विनोद (1880), फूलों का गुच्छा (1882), प्रेम-फुलवारी (1883), कृष्ण-चरित्र (1883) | |कृतियाँ=भक्तसर्वस्व (1870), प्रेममालिका (1871), प्रेम-माधुरी (1875), प्रेम-तरंग (1877), उत्तरार्द्ध-भक्तमाल (1876-77), प्रेम-प्रलाप (1877), गीत-गोविंदानंद (1877-78), होली (1879), मधु-मुकुल (1881), राग-संग्रह (1880), वर्षा-विनोद (1880), फूलों का गुच्छा (1882), प्रेम-फुलवारी (1883), कृष्ण-चरित्र (1883) | ||
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+ | |अंग्रेज़ीनाम=Bhartendu Harishchandra | ||
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भारतेंदु हरिश्चंद्र की रचनाएँ
भारतेंदु हरिश्चंद्र
जन्म | 9 सितम्बर 1850 |
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निधन | |
उपनाम | |
जन्म स्थान | काशी, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
भक्तसर्वस्व (1870), प्रेममालिका (1871), प्रेम-माधुरी (1875), प्रेम-तरंग (1877), उत्तरार्द्ध-भक्तमाल (1876-77), प्रेम-प्रलाप (1877), गीत-गोविंदानंद (1877-78), होली (1879), मधु-मुकुल (1881), राग-संग्रह (1880), वर्षा-विनोद (1880), फूलों का गुच्छा (1882), प्रेम-फुलवारी (1883), कृष्ण-चरित्र (1883) | |
विविध | |
हिन्दी साहित्य के पितामह | |
जीवन परिचय | |
भारतेंदु हरिश्चंद्र / परिचय |
- अंग्रेज स्तोत्र / भारतेंदु हरिश्चंद्र
- अथ मदिरास्तवराज / भारतेंदु हरिश्चंद्र
- मातृभाषा प्रेम पर दोहे / भारतेंदु हरिश्चंद्र
- पद / भारतेंदु हरिश्चंद्र
- हमहु सब जानति लोक की चालनि / भारतेंदु हरिश्चंद्र
- नींद आती ही नहीं...(हज़ल)/भारतेंदु हरिश्वंद्र
- गाती हूँ मैं...(हज़ल)/ भारतेंदु हरिश्चन्द्र
- गले मुझको लगा लो ए दिलदार होली में / भारतेंदु हरिश्चंद्र
- वह अपनी नाथ दयालुता / भारतेंदु हरिश्चंद्र