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नये इलाके में
रचनाकार | अरुण कमल |
---|---|
प्रकाशक | वाणी प्रकाशन, नयी दिल्ली-110002 |
वर्ष | 1996 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता |
विधा | |
पृष्ठ | 96 |
ISBN | 81-7055-448-9 |
विविध | वर्ष 1998 में हिन्दी भाषा के लिये साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- नये इलाके में. / अरुण कमल
- यह वो समय / अरुण कमल
- सबसे ऊँची छत पर / अरुण कमल
- एक रात जब मैं सफर में था / अरुण कमल
- हाट / अरुण कमल
- सोये में चलना / अरुण कमल
- सातवीं कक्षा के एक विद्यार्थी का शोध-प्रबंध / अरुण कमल
- बात / अरुण कमल
- अन्त / अरुण कमल
- शेष / अरुण कमल
- काष्ठ खंड की गाथा / अरुण कमल
- स्थावर / अरुण कमल
- निवृत / अरुण कमल
- भय / अरुण कमल
- लगभग / अरुण कमल
- चेहरा / अरुण कमल
- लौ / अरुण कमल
- कर्णफूल / अरुण कमल
- अभिसार / अरुण कमल
- रात का ढाबा / अरुण कमल
- एक मंदिर की गाथा / अरुण कमल
- ऑपरेशन के बाद / अरुण कमल
- अगहन / अरुण कमल
- अकेले ताड़ की गाथा / अरुण कमल
- वृत्तांत / अरुण कमल
- रात / अरुण कमल
- श्राद्ध का अन्न / अरुण कमल
- कोना / अरुण कमल
- हासिल / अरुण कमल
- वाकया / अरुण कमल
- लोककथा / अरुण कमल
- जागरण / अरुण कमल
- संयोग / अरुण कमल
- सुख / अरुण कमल
- चारदीवारी की गाथा / अरुण कमल
- जैसे / अरुण कमल
- असत्य के प्रयोग / अरुण कमल
- घोषणा / अरुण कमल
- संविधान का अंतिम संशोधन / अरुण कमल
- चार दिन / अरुण कमल
- दाना / अरुण कमल
- ढेला और पत्ता / अरुण कमल
- नैतिक प्रश्न / अरुण कमल
- अपवाद / अरुण कमल
- ऐसे में / अरुण कमल
- आत्मा का रोकड़ / अरुण कमल
- शोक / अरुण कमल
- श्रद्धांजलि / अरुण कमल
- शेली के प्रति / अरुण कमल
- यही बचाना / अरुण कमल
- हमारे युग का नाटक / अरुण कमल
- जीवन का चौथाई / अरुण कमल
- गृह प्रवेश / अरुण कमल
- जितनी भी है दीप्ति / अरुण कमल
- चरथ भिक्खवे चारिकं / अरुण कमल