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"ख़ुश रहे या बहुत उदास रहे / बशीर बद्र" के अवतरणों में अंतर

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कोई आयेगा दिल को आस रहे <br><br>
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00:05, 10 फ़रवरी 2009 का अवतरण

ख़ुश रहे या बहुत उदास रहे
ज़िन्दगी तेरे आस पास रहे

चाँद इन बदलियों से निकलेगा
कोई आयेगा दिल को आस रहे

हम मुहब्बत के फूल हैं शायद
कोई काँटा भी आस पास रहे

मेरे सीने में इस तरह बस जा
मेरी सांसों में तेरी बास रहे

आज हम सब के साथ ख़ूब हँसे
और फिर देर तक उदास रहे