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"भूल शायद बहुत बड़ी कर ली / बशीर बद्र" के अवतरणों में अंतर

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उस ने देखा बड़ी इनायत से
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली <br><br>
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आँखों आँखों में बात भी कर ली
  
तुम मुहब्बत को खेल कहते हो <br>
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आशिक़ी में बहुत ज़रूरी है
हम ने बर्बाद ज़िन्दगी कर ली <br><br>
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बेवफ़ाई कभी कभी कर ली
  
उस ने देखा बड़ी इनायत से <br>
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हम नहीं जानते चिराग़ों ने
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क्यों अंधेरों से दोस्ती कर ली
  
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बेवफ़ाई कभी कभी कर ली <br><br>
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क्यों अंधेरों से दोस्ती कर ली <br><br>
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15:34, 14 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण

भूल शायद बहुत बड़ी कर ली
दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली

तुम मुहब्बत को खेल कहते हो
हम ने बर्बाद ज़िन्दगी कर ली

उस ने देखा बड़ी इनायत से
आँखों आँखों में बात भी कर ली

आशिक़ी में बहुत ज़रूरी है
बेवफ़ाई कभी कभी कर ली

हम नहीं जानते चिराग़ों ने
क्यों अंधेरों से दोस्ती कर ली

धड़कनें दफ़्न हो गई होंगी
दिल में दीवार क्यों खड़ी कर ली