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"जाँ निसार अख़्तर-एक जवान मौत / जाँ निसार अख़्तर" के अवतरणों में अंतर
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+ | * [[रही है दाद तलब उनकी शोखियां / जाँ निसार अख़्तर]] |
12:30, 19 अक्टूबर 2009 का अवतरण

रचनाकार | जाँ निसार अख़्तर |
---|---|
प्रकाशक | वाणी प्रकाशन |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | 118 |
ISBN | |
विविध | निदा फ़ाज़ली द्वारा संपादित |
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- जल गया अपना नशेमन तो कोई बात नहीं / जाँ निसार अख़्तर
- अश्आर मिरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं / जाँ निसार अख़्तर
- ज़रा सी बात पे हर रस्म / जाँ निसार अख़्तर
- ज़िन्दगी ये तो नहीं, तुझको सँवारा ही न हो / जाँ निसार अख़्तर
- हमने काटी हैं तिरी याद में रातें अक्सर / जाँ निसार अख़्तर
- हर एक रूह में एक ग़म छुपा लगे है मुझे / जाँ निसार अख़्तर
- रुखों के चांद, लबों के गुलाब मांगे है / जाँ निसार अख़्तर
- जब लगे ज़ख़्म तो / जाँ निसार अख़्तर
- ज़माना आज नहीं / जाँ निसार अख़्तर
- रही है दाद तलब उनकी शोखियां / जाँ निसार अख़्तर